उत्तराखंड सरकार के लॉकडाउन में ढील देने के 20 दिन बाद मसूरी में 3 कोरोना संक्रमित मिले; नैनीताल में भी टूरिस्ट्स का जमावड़ा

देश में तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच हिल स्टेशनों पर पर्यटकों की उमड़ती भीड़ ने सरकार और लोकल एडमिनिस्ट्रेटर्स की नींद उड़ा दी है। उत्तराखंड सरकार की ओर से लॉकडाउन में ढील देने के 20 दिन बारद मसूरी में कोरोना के 3 मामले सामने आए हैं।
नोडल ऑफिसर डॉ. प्रदीप राणा ने बताया कि तीनों कैंटोन्मेंट एरिया के रहने वाले हैं। सभी को क्वारैंटादन कर दिया गया है। उनके संपर्क में आए 20 लोगों की भी कोरोना जांच कराई गई है। फिलहाल इन सभी RT-PCR रिपोर्ट नहीं आई है।
कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन चिंता की बात
- कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी के बीच देश के फेमस हिल स्टेशनों पर पर्यटकों की भारी भीड़ के कारण मसूरी और नैनीताल चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो में मसूरी और नैनीताल की ओर जाने वाली सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें दिखाई गईं। इस दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी उल्लंघन करते दिखाई दिए।
- इससे पहले मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी अपने ब्रीफिंग में हिल स्टेशनों पर भीड़ की तस्वीरें भी दिखाई थीं। इस दौरान मंत्रालय ने पर्यटकों को लापरवाही पर चिंता जताई थी। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा था कि यह गंभीर चिंता का विषय है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी अलर्ट किया
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मंगलवार को संभावित तीसरी लहर पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि हिल स्टेशन, मार्केट में बिना मास्क और प्रोटोकॉल को नजरअंदाज कर भारी भीड़ का उमड़ना ठीक नहीं है। यह हमारे लिए चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग सीना तानकर बोलते हैं कि तीसरी लहर आने से पहले एन्जॉय करना चाहते हैं। लोगों को समझना होगा कि तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी। सवाल होना चाहिए कि इसे कैसे रोकना है? प्रोटोकॉल का पालन कैसे करना है? कोरोना अपने आप नहीं आता, कोई जाकर ले आए, तो आता है। हम सावधानी बरतेंगे, तो ही इसे रोक पाएंगे।