देश में जल्द आएगी Moderna की वैक्सीन, DCGI से मिल सकती है इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी

भारत में मॉडर्ना की वैक्सीन को डीसीजीआई से 18 वर्ष और उससे ज्यादा उम्र के लोगों के लिए इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिल सकती है.
मॉडर्ना ने भारत में अपनी कोविड-19 वैक्सीन के लिए नियामकीय मंजूरी मांगी है. सूत्रों के मुताबिक, इसे लेकर सिप्ला ने टीके के आयात, विपणन संबंधी प्राधिकार के लिए आवेदन किया है.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि पिछले 6 महीने से वैक्सीन उपलब्ध है. इसलिए कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन कर और ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट कर आने वाले समय में हम कोरोना के खिलाफ सफलता पा सकते हैं.
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि अभी तक दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है. दिल्ली में मामले कम हुए हैं, लेकिन हमारा डेढ़ साल का अनुभव कहता है कि हमें किसी भी हाल में लापरवाह नहीं होना चाहिए और आराम से नहीं बैठ जाना चाहिए.
बता दें कि देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Coronavirus 2nd Wave) का प्रकोप अब कम हो गया है, लेकिन पहली और दूसरी लहर को लेकर की गई एक स्टडी में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि कोविड-19 की दूसरी लहर में मरने वालों की तादाद पहली लहर के मुकाबले 40 गुना ज्यादा रही.
मैक्स हॉस्पिटल (Max Hospital) ने अपने 10 अस्पतालों का डाटा मिलाकर एक अहम स्टडी के जरिए यह देखने की कोशिश की है कि पहली और दूसरी लहर में क्या फर्क रहा. कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर में 45 वर्ष से कम उम्र के लोगों में ज्यादा मौतें देखी गईं. इसके अलावा इस स्टडी में कुछ बातें बेहद चौंकाने वाली हैं.
स्टडी में यह बात सामने आई है कि कोरोना वायरस का शिकार होकर जान गंवाने वाले सबसे ज्यादा लोगों को डायबिटीज की बीमारी थी. इसके अलावा दोनों ही लहर में पुरुषों की संख्या काफी ज्यादा रही. इसके अलावा दोनों लहर में स्टेरॉयड का इस्तेमाल बराबर हुआ.