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G20 में भारत का निर्णायक कदम: जयशंकर ने पेश की वैश्विक शासन में बदलाव की रूपरेखा

न्यूयॉर्क में आयोजित दूसरे G20 विदेश मंत्रियों की बैठक में विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने वैश्विक शासन सुधार के तीन प्रमुख क्षेत्रों पर भारत के दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया. इनमें संयुक्त राष्ट्र और इसकी सहायक संस्थाओं में सुधार, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संरचना में बदलाव, और बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली में सुधार शामिल थे.

वित्तीय क्षमताओं में सुधार के लिए प्रोत्साहित किया गया
उन्होंने भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान हासिल की गई प्रमुख उपलब्धियों की चर्चा की, जहां विकास और जलवायु वित्त को बढ़ाने का आह्वान किया गया था. इसके अलावा, बहुपक्षीय विकास बैंकों को अपने दृष्टिकोण, प्रोत्साहन ढांचे, संचालन दृष्टिकोण और वित्तीय क्षमताओं में सुधार के लिए प्रोत्साहित किया गया था, ताकि उनका विकासात्मक प्रभाव अधिकतम हो सके. ब्राज़ील की G20 अध्यक्षता के तहत 2024 का रोडमैप, न्यू दिल्ली में हुए 2023 G20 शिखर सम्मेलन के निर्देशों और स्वतंत्र विशेषज्ञ समूह की सिफारिशों पर आधारित है, जो MDBs को मजबूत करने पर केंद्रित है.

Call to Action यानी कार्रवाई का आह्वान
बैठक के दौरान, विदेश मंत्रियों ने वैश्विक शासन सुधार पर एक Call to Action यानी कार्रवाई का आह्वान का समर्थन किया, जिससे इस दिशा में ठोस कदम उठाने की प्रतिबद्धता जताई गई. यह बैठक ब्राज़ील की अध्यक्षता में 25 सितंबर 2024 को संपन्न हुई जिसमे भारत का नेतृत्व विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने किया. यह बैठक संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च-स्तरीय सत्र के दौरान हुई, जिसमें ब्राज़ील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा, महासभा के अध्यक्ष फिलेमोन यांग और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस भी उपस्थित थे.

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