कोई जादू नहीं, प्रधानमंत्री कोई भी हो… पीएम मोदी को शेखी बघारने वाला क्यों बोल रहे चिदंबरम?
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लोकसभा चुनाव के सीजन में पार्टियां और नेता अपने-अपने तर्क और दावे रख रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने अब पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है. उन्होंने पीएम मोदी को ‘शेखी बघारने वाला व्यक्ति’ बताया है. चिदंबरम ने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा, चाहे प्रधानमंत्री कोई भी हो. उन्होंने कहा कि मोदी भविष्य की एक ऐसी संभावना को अपनी गारंटी बता रहे हैं जो भारतीय बाजार के विशाल आकार को देखते हुए होनी ही है.
जादू जैसी बात नहीं
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भारत अपनी जनसंख्या के आकार को देखते हुए यह उपलब्धि हासिल करेगा और इसमें ‘जादू’ जैसी कोई बात नहीं है. हालांकि, उन्होंने एक ऐसी समयसीमा बताने से परहेज किया, जिसके भीतर देश वैश्विक रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा.
विश्व अर्थव्यवस्था रैंकिंग 2024 के अनुसार, 4.8 लाख करोड़ डॉलर की GDP के साथ भारत अब केवल अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी से पीछे है. दुनिया की शीर्ष 10 अर्थव्यवस्थाओं की सूची में शामिल फ्रांस, इटली, ब्राजील, कनाडा और ब्रिटेन जैसे देश रैंकिंग में भारत से नीचे हैं.
मोदी इसकी गारंटी दे रहे…
चिदंबरम ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘नरेंद्र मोदी बातों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने में माहिर हैं. वह निश्चित रूप से होने वाली चीज को गारंटी में बदल रहे हैं. यह तो होना ही है…. भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा.’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘2004 में भारत की जीडीपी 12वें स्थान पर थी. 2014 में यह सातवें स्थान पर पहुंच गई. 2024 में भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया. प्रधानमंत्री कोई भी हो, भारत दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. इसमें जादू जैसी कोई बात नहीं है. हमारी जनसंख्या के आकार को देखते हुए अंकगणितीय तौर पर यह होना ही है.’
हालांकि, चार बार वित्त मंत्री रह चुके चिदंबरम ने इस बात पर जोर दिया कि किसी देश की जीडीपी का आकार वहां के लोगों की समृद्धि को जांचने का सही पैमाना नहीं है जबकि प्रति व्यक्ति आय इसका अधिक सटीक संकेतक है. उन्होंने कहा, ‘मेरे विचार में जीडीपी के बजाय प्रति व्यक्ति आय समृद्धि का असली पैमाना है लेकिन भारत उस वैश्विक पैमाने पर बहुत नीचे है.’
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के 2024 के अनुमान के अनुसार 2,731 डॉलर प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद के साथ भारत की वैश्विक रैंक 136 है. प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी चुनावी रैलियों के दौरान आर्थिक विकास को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक बताया है. उन्होंने देश की जनता को ‘गारंटी’ दी है कि वह भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे.