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उत्तराखंड में ‘जल प्रलय’ से हाहाकार, 5 लोगों की मौत, मोदी ने धामी को लगाया फोन

उत्तराखंड में आसमान से बारिश के रूप में आफत गिर रही है. भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर है. कई जगहों पर बादल भी फटा है. वही, भूस्खलन के कारण पांच लोगों की मलबे में दबकर मौत हो गई है. बारिश की वजह से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. एहतियात के तौर पर सरकार ने चारधाम यात्रा पर अस्थाई रोक लगा दी है. वहीं, मौसम विभाग ने 48 घंटे का अलर्ट जारी किया है. साफ है कि भारिश अभी और परेशान करने वाली है.

 

मोदी ने लगाया सीएम धामी को फोन
उत्तराखंड में भारी बारिश को लेकर पीएम मोदी नजर बनाए हुए हैं. मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन कर बारिश से हुए नुकसान और संचालित बचाव व राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली. प्रधानमंत्री ने प्रदेश को हर आवश्यक सहयोग दिये जाने के प्रति आश्वस्त किया है. मुख्यमंत्री ने पीएम को बताया कि शासन और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है.

 

भूस्खलन से पांच की मौत
जानकारी के अनुसार, पौड़ी जिले के लैंसडौन क्षेत्र के समखाल में भारी बारिश के चलते भूस्खलन का मलबा एक होटल के निर्माण में लगे मजदूरों के तंबू पर आ गिरा जिसमें तीन मजदूरों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए. वही, चंपावत के सेलखोला में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया जिससे उसमें रहने वाले दो व्यक्तियों की मौत हो गयी. इस बीच, भारी बारिश के कारण नाले में उफान आने के कारण चंपावत के बाटनागाड-टनकपुर में फंसे मां पूर्णागिरी मंदिर के दर्शन को गए 200 श्रद्धालुओं को पुलिस ने सुरक्षित बचा लिया.

 

बद्रीनाथ में पानी में फंसी कार
बद्रीनाथ में लामबगड़ नाले में बाढ़ के पानी में कार फंस गई थी. बीआरओ की टीम ने रेस्क्यू कर यात्रियों को बचाया.

पानी-पानी हुआ माल रोड़
नैनीताल में नैनी झील ओवरफ्लो हो गई है. जिस वजह से माल रोड़ पर पानी भर गया है. इमारत और घर भी जलमग्न हो गए हैं.

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