खुलासा : बदमाशों व इविवि छात्रों के गुटों ने मिलकर की थी शिवकुटी में लूट, कैश मैनेजमेंट कंपनी के एजेंट को बनाया था निशाना
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घटना सात मार्च को हुई थी जब राजेश डेल्हीवेरी कंपनी से रकम ले जाकर बैंक में जमा करने जा रहा था। छावनी क्षेत्र स्थित वीर अब्दुल हमीद द्वार के पास दो पल्सर बाइक पर सवार होकर आए पांच बदमाश उसे असलहा सटाकर रकम लूट ले गए थे। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज व सर्विलांस के आधार पर पता चला कि लुटेरे घटना के बाद बघाड़ा की ओर भागे। जिसके बाद पुलिस एक-एक कर लुटेरों तक पहुंच गई।
पुलिस के मुताबिक, घटना को प्रतापगढ़ के कुख्यात बदमाश एजाज अली निवासी कंधई और सीएमपी के छात्र गौरव शर्मा उर्फ बाला ने अपने गैंग के साथ मिलकर अंजाम दिया। इस घटना में गौरव का साथी व इविवि में एमए का छात्र नवनीत सिंह के अलावा प्रतापगढ़ के रानीगंज के असलम व रूबान अहमद और रसूलाबाद का चाय विक्रेता विशाल कुशवाहा भी शामिल थे। इन सभी को पकड़कर पूछताछ की गई तो मामले का खुलासा हो गया।
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एरिया मैनेजर एक करोड़ रुपये लेकर बैंक जाने वाला है। पुलिस ने बताया कि एजाज अपने साथियों असलम, रूबान संग मिलकर मुस्लिम हॉस्टल, इविवि, छोटा बघाड़ा, मामा भांजा नैनी में छिपकर रहता है और लूट, छिनैती की वारदातें अंजाम देता है। यह गैंग रुपयों का लालच देकर छात्रों को भी अपने साथ शामिल कर लेता है। एजाज 25 हजार का इनामी अपराधी है और हत्या के मामले में वांछित था। इसी तरह रूबान पर कुल 11 मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा गौरव उर्फ बाला पर चार मुकदमे दर्ज हैं।
3.41 की लूट, बरामदगी सिर्फ 36 हजार
इस मामले में एक खास बात यह है कि 3.41 लाख की लूट के मामले में महज 36 हजार रुपये बरामद किए जा सके। पुलिस का दावा है कि पूछताछ में बदमाशों ने मौके से महज 1.04 लाख रुपये मिलने की बात कबूली है। इनके कब्जे से छह मोबाइल, घटना में प्रयुक्त बाइक व पिस्टल-कारतूस बरामद किए गए हैं।
पुलिस का कहना है कि घटना में राजापुर का सोनू यादव ने मुखबिरी की थी। जिसकी एक अन्य अभियुक्त आमिर के संग तलाश की जा रही है। घटना के दौरान एक बाइक पर एजाजा व रूबान थे जबकि दूसरी बाइक पर असलम, नवनीत व बाला सवार थे। बाला सीएमपी में बमबाजी के मामले में भी शामिल था।