देश

उकाई डैम से पानी छोड़े जाने से तापी में बाढ़, नदी किनारे बसी झुग्गी-बस्तियों में पानी भरा

सूरत जिले में हो रही लगातार बारिश से यहां का सबसे बड़ा ऊकाई डैम ओवरफ्लो हो गया है। दो दिनों से डैम के गेट खुले होने से तापी नदी उफान पर आ गई है, जिसका असर अब दिखाई देने लगा है। नदी किनारे बसे गांवों में पानी घुसने लगा है। वहीं, सूरत का कोजेव भी डूब गया है और रिवरफ्रंट में भी नदी का पानी भर गया है।

तापी नदी का जलस्तर 9.46 मीटर पर पहुंचा
उकाई डैम का जलस्तर अपने रूल लेवल 333 को पार कर 333.38 पर पहुंच गया है। बांध के स्तर को बनाए रखने के लिए 1.99 लाख क्यूसेक पानी तापी नदी में छोड़ा जा रहा है। इससे तापी नदी का जलस्तर 9.46 मीटर पर पहुंच गया है।

झूग्गी-बस्तियां हो रहीं जलमग्न
डैम से कल सुबह पानी छोड़ना शुरू किया गया था, जिससे रात तक तापी नदी का जलस्तर अपने खतरे के निशान को पार गया। इससे शनिवार बाजार में पानी भर गया और इलाके की 50 से अधिक झोपड़ियों में पानी भर गया। लोग रात भर घरों का जरूरी सामान बचाने की मशक्कत करते रहे।

हर साल बस्ती वालों को झेलनी पड़ती है मुसीबत
कांथा इलाके की रहने वाली मंजूबेन वसावा ने कहा- हर साल हमारी झोपड़ियों में पानी भर जाता है। लेकिन, प्रशासन द्वारा हमें कोई सुविधा भी नहीं दी जाती है। हमारी हालात देखने कोई नहीं आता। हमें बच्चों को लेकर इधर से उधर भागना पड़ता है। हमारे पास थोड़ा-बहुत सामान ही रहता है और बह भी बर्बाद हो जाता है।

ढाका ओवेरा के पास मंदिर तक पहुंचा पानी
ढाका ओवेरा में रहने वाले कल्पेशभाई कहार ने बताया कि तापी नदी का पानी ओवेरा के पास मंदिर तक पहुंच गया है। अब यहां की झुग्गी-बस्तियां खाली करवाई जा रही हैं। भालीमाता बल्ड गेट की पुलिया डूब जाने से यहां से आवाजाही बंद कर दी गई है। इसके अलावा तापी नदी पर नगर पालिका द्वारा बनाए गए वॉकवे में भी पानी भर गया है। इससे रिवरफ्रंट में लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।

Related Articles

Back to top button