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सालभर बाद साथ दिखे PM और महाराष्ट्र के CM; मोदी ने आदित्य ठाकरे के कंधे पर हाथ रखकर की बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अरसे बाद मंगलवार को एक मंच पर साथ दिखाई दिए। महाराष्ट्र पहुंचे मोदी ने राजभवन में जलभूषण बिल्डिंग का इनॉगरेशन किया। यहां मोदी और उद्धव ने साथ में मंच साझा किया। इसके बाद वे एक और कार्यक्रम में नजर आएंगे। महाराष्ट्र पहुंचने पर मोदी का स्वागत पहले तो डिप्टी सीएम अजीत पवार और पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस ने किया। इसके बाद कोलाबा के नेवल हेलिपोर्ट पर CM ठाकरे उनकी अगवानी के लिए पहुंचे।

दो महीने पहले 25 अप्रैल को जब PM महाराष्ट्र में थे, तब उद्धव ने उनके कार्यक्रम से किनारा कर लिया था। तब मोदी को पहले लता मंगेशकर अवॉर्ड से नवाजा गया था। उद्धव तब 83 साल के शिवसेना नेता चंद्रभागा शिंदे से मुलाकात करने चले गए थे।

मोदी और उद्धव के बीच रिश्ते तब बिगड़ गए थे, जब शिवसेना ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए BJP का साथ जोड़कर NCP और कांग्रेस से हाथ मिला लिया था। इससे पहले पीएम और सीएम के बीच 8 जून 2021 को मुलाकात हुई थी। तब उद्धव ठाकरे राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ नई दिल्ली पहुंचे थे। दोनों के बीच बंद दरवाजे में हुई बैठक चर्चा में रही। दोनों के बीच 30 मिनट तक बातचीत हुई थी।

पीएम मोदी के मुंबई पहुंचने के बाद SPG ने CM उद्धव की गाड़ी से आदित्य ठाकरे को उतारने की कोशिश की। SPG के इस बर्ताव पर सीएम उद्धव ठाकरे नाराज हो गए, जिसके बाद आदित्य को प्रधानमंत्री के पास जाने दिया गया।

आदित्य ठाकरे राजशिष्टाचार मंत्री भी हैं, लेकिन कार्यक्रम पत्रिका में नाम नहीं होने की वजह से पीएम के स्वागत के लिए जाते समय उन्हें रोकने की कोशिश की गई। हालांकि बाद में प्रधानमंत्री ने आदित्य ठाकरे से काफी देर बात की और इस दौरान उन्होंने आदित्य के कंधे पर हाथ रखा था।

पुणे में पीएम ने संत तुकाराम शिला मंदिर का लोकार्पण किया। इस दौरान पीएम ने संत तुकाराम को श्रद्धांजलि दी, उन्होंने कहा- संत तुकाराम कहते थे ऊंच-नीच में भेद करना सबसे बड़ा पाप है। वीर सावरकर भी जेल में अपनी हथकड़ियां बजाकर संत तुका के अभंग गाया करते थे। संतों ने अलग-अलग स्थानों की यात्रा कर श्रेष्ठ भारत को जीवंत रखा है। राम मंदिर बन रहा है, काशी के मंदिर का भी विकास हो रहा है। विकास और विरासत साथ-साथ चलने चाहिए।

पीएम मोदी ने कहा कि अभी कुछ महीने पहले ही मुझे पालकी मार्ग में 2 राष्ट्रीय राजमार्ग को फोरलेन करने के लिए शिलान्यास का अवसर मिला था। संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी मार्ग का निर्माण 5 चरणों में होगा और संत तुकाराम पालकी मार्ग का निर्माण 3 चरणों में पूरा किया जाएगा।

डिप्टी सीएम को नहीं मिला बोलने का मौका, विवाद गरमाया

देहू में जो कार्यक्रम हुआ था, उसको लेकर भी विवाद हो गया है। इसमें डिप्टी सीएम अजित पवार को भाषण का मौका नहीं दिया गया। कार्यक्रम में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। पीएम से पहले उनका भाषण हुआ था। तुकाराम महाराज संस्थान के अध्यक्ष नितिन महाराज मोरे ने कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली से PMO ने किया था।

बीजेपी के आध्यात्मिक मोर्चे के प्रमुख तुषार भोसले ने कहा कि पीएम के मिनट टू मिनट कार्यक्रम में अजित पवार के भाषण का जिक्र तक नहीं था। अजित पवार की स्पीच को कार्यक्रम में जगह नहीं देने पर बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि पीएम के कार्यक्रम में डिप्टी सीएम को नहीं बोलने देना महाराष्ट्र का अपमान है।

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