Karti Chidambaram: 50 लाख की घूस लेकर चीनी नागरिकों को दिलवाया वीजा, कार्ति चिदंबरम के ठिकानों पर CBI की रेड

सीबीआई ने पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम के बेटे और कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम के खिलाफ एक और मामला दर्ज कर उनके करीब 10 ठिकानों पर छापेमारी की. ये छापेमारी दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कर्नाटक, पंजाब और ओडिशा में की गई है. CBI ने कार्ति चिंदबरम और दूसरे आरोपियों के खिलाफ जो मामला दर्ज किया है उसमें आरोप है कि कार्ति ने 50 लाख रुपये रिश्वत लेकर गृह मंत्रालय से चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाया हैय
चीनी नागरिकों को दिलवाया वीजा
सीबीआई में दर्ज मामले के मुताबिक पंजाब के मानसा में तलवंडी साबो पावर प्लांट लग रहा था. इस थर्मल पावर प्लांट की क्षमता 1980 मेगा वॉट थी जिसे लगाने का जिम्मा चीन की Shandong Electric Power Construction Corp (SEPCO) को दिया गया था.
यही वजह थी कि इस प्लांट को लगाने के लिये चीन के इंजीनियरों को प्रोजेक्ट वीजा दिया गया था. लेकिन काम में देरी के चलते कंपनी को ज्यादा चीनी इंजीनियरों की जरूरत थी जिसके लिये वे वीजा मंजूरी चाहिये थे क्योंकि इससे पहले जो प्रोजेक्ट वीजा दिये गये थे वो तय समय से ज्यादा हो चुके थे और फिर से वीजा के लिये गृह मंत्रालय से मंजूरी जरूरी थी.
एक कपंनी के जरिए 50 लाख की घूस
इसके लिये पावर प्लांट ने कार्ति चिंदबरम को संपर्क किया और फिर 50 लाख रुपयों के बदले कार्ति चिदंबरम ने गृह मंत्रालय से 263 Re-use प्रोजेक्ट वीजा की मंजूरी दिलवाई. ध्यान देने वाली बात ये है कि साल 2011 में जब ये मंजूरी दिलवाई गई उस दौरान कार्ति के पिता पी चिदंबरम देश के गृहमंत्री थे.
एजेंसी के मुताबिक चीनी इंजीनियरों को वीजा दिलाने के बदले जो 50 लाख की रिश्वत दी गई थी वो मुंबई की एक कंपनी M/s Bell Tools Ltd के जरिये दी गई थी. कार्ति की कंपनी ने कंस्लटेंसी के नाम पर फर्जी बिल इस कंपनी के नाम बनाया जिसके बदले ये रिशवत दी गई.
इस मामले का खुलासा तब हुआ था जब ईडी, INX Media मामले में कार्ति के खास सहयोगी भासकरारमण के ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी. उस दौरान एजेंसी को जानकारी मिली की साल 2011 में कार्ति ने 50 लाख रुपयों के बदले पंजाब की मानसा में तलवंडी साबो पावर लिमिटेड के लिये चीनी इंजीनियरों को वीजा दिलवाया था. इसी के बाद ये जानकारी सीबीआई को दी गई जिस पर एजेंसी ने अब मामला दर्ज कर जांच शुरू की है.