बैतूल: सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने भीड़ का उग्र प्रदर्शन, दुकानों में आग लगाने की कोशिश, पुलिस ने संभाली स्थिति
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बैतूल जिले के भीमपुर में 5 दिन पहले शुरू हुए छोटे विवाद ने शनिवार रात आगजनी और पथराव का रूप ले लिया है। भीड़ ने दुकानों, घरों और पुलिस को अपना निशाना बनाया। गुस्साई भीड़ ने शनिवार रात दुकानों में आग लगाने के साथ ही घरों और पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद उग्र भीड़ को शांत कराया।
दरअसल शनिवार को भीमपुर की सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर जय आदिवासी युवा शक्ति, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी समेत अन्य संगठन प्रदर्शन कर रहे थे। इसी के तहत दोपहर के वक्त बाजार चौक में धरना-प्रदर्शन और आम सभा की जा रही थी,लेकिन शाम को इस प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया और कुछ आक्रामण लोगों ने दुकानों में आग लगाने की कोशिश की। कुछ ही वक्त में उपद्रवी और उग्र हो गए, स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस ने हल्के बल प्रयोग के साथ आंसू गैस के गोले छोड़ स्थिति को नियंत्रण में लिया।
ASP नीरज सोनी के अनुसार शाम को कुछ लोगों ने पथराव और दुकानों में तोड़फोड़ की है। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि भीमपुर से पूरा अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। इस पर SDM केसी परते ने उन्हें जानकारी दी कि नियमानुसार अभी 7 दिनों का नोटिस अतिक्रमणकर्ताओं को दिया गया है। नोटिस में दी गई समयावधि तक अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है, तो हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
संगठन के नेताओं ने साफ कह दिया कि जब तक अतिक्रमण नहीं हटाया जाएगा, तब तक वे यहीं पर बैठे रहेंगे। शाम करीब 7 बजे तक विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं के द्वारा लोगों को संबोधित किया गया। इसके बाद अचानक पथराव और दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दिया। पथराव में पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की बात सामने आ रही है। हालांकि ASP सोनी ने पुलिसकर्मियों के घायल होने से इनकार किया है, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों ने घायल होने की बात की पुष्ट की है।
इसलिए उग्र हुई भीड़
भीमपुर में शनिवार को हुए विवाद के पीछे एक आदिवासी महिला से दुर्व्यवहार का मामला सामने आ रहा है। जानकारी के अनुसार आदिवासी महिला सुजाता नर्रे और दिनेश आर्य के बीच दुकान के सामने सब्जी की दुकान लगाने को लेकर विवाद हो रहा था, इसी दौरान गुस्से में आकर दिनेश आर्य ने महिला की दुकान से सब्जी सड़क पर फेंक दी। रेस्टारेंट मालिक ने महिला के साथ गाली-गलौज की, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। आदिवासी महिला के साथ किए गए इस कृत्य से जनजाति समुदाय में रोष व्याप्त है। बदले की यही आग शनिवार को भभकी और भीमपुर जला भी और पथराव भी हुआ।