देश

असम-बंगाल में तेज बारिश शुरू; मेघालय-मिजोरम में तेज हवाएं

बांग्लादेश के तटीय क्षेत्र से टकराने के बाद साइक्लोन सितरंग ने भारत में दस्तक दे दी है। मौसम विभाग (IMD) ने असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में रेड अलर्ट जारी किया है। रेड अलर्ट का मतलब है इन राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। IMD के मुताबिक सितरंग आज शाम भारत में एंट्री करेगा। सितरंग क्या है, इसका किन-किन राज्यों में असर होगा।

6 राज्यों में तेज हवाएं, तीन में बारिश
त्रिपुरा, असम, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, मणिपुर, और नागालैंड में 100 से 110 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल रही हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा और असम के कई जिलों में बारिश शुरू हो गई है। मंगलवार को गुवाहाटी में बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गया। बंगाल की CM ममता बनर्जी ने प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने को कहा है।

इससे पहले सोमवार को सितरंग ने बांग्लादेश में भारी तबाही मचाई। साइक्लोन के कारण वहां 11 लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बरगुना, नारेल, सिराजगंज और द्वीपीय जिले भोला से मौतों की सूचना मिली है।

बांग्लादेश में कमजोर हुआ सितरंग
मौसम विभाग के मुताबिक बांग्लादेश में सितरंग अब डिप्रेशन में बदल गया है। यानी वहां साइक्लोन अब कमजोर पड़ने लगा है। सितरंग ने 25 अक्टूबर की सुबह तिनकोना द्वीप और बारिसल के पास सैंडविच के बीच बांग्लादेश तट को पार किया। 24 अक्टूबर की रात साइक्लोन का केंद्र 11.30 बजे ढाका से करीब 40KM पूर्व में तटीय बांग्लादेश पर था।

सोमवार सुबह हुई असम में बारिश
असम में सोमवार सुबह चक्रवाती तूफान सितरंग का असर महसूस किया गया। यहां राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश हुई। इनमें असम के करीमगंज, कछार, हैलाकांडी और दीमा हसाओ जिले शामिल थे। IMD के अनुसार सोमवार को तड़के 3.17 बजे सितरंग पश्चिम बंगाल में सागर द्वीप से 520 किमी दक्षिण और बांग्लादेश में बारिसल से 670 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था।

साइक्लोन शब्द ग्रीक भाषा के साइक्लोस (Cyclos) से लिया गया है, जिसका अर्थ है सांप की कुंडलियां। इसे ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में ट्रॉपिकल साइक्लोन समुद्र में कुंडली मारे सांपों की तरह दिखाई देते हैं।

साइक्लोन एक गोलाकार तूफान (सर्कुलर स्टॉर्म) होते हैं, जो गर्म समुद्र के ऊपर बनते हैं। जब ये साइक्लोन जमीन पर पहुंचते हैं, तो अपने साथ भारी बारिश और तेज हवाएं लेकर आते हैं। ये हवाएं उनके रास्ते में आने वाले पेड़ों, गाड़ियों और कई बार तो घरों को भी तबाह कर सकती हैं।

Related Articles

Back to top button