
देश की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए भाला फेंक में 23 साल के नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत का यह पहला गोल्ड मेडल है. इसके सात ही भारत के खाते में यह कुल सातवां पदक है. नीरज चोपड़ा की जीत के बाद देश में खुशी की लहर है. वहीं हर तरफ से नीरज को बधाई दी जा रही है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी नीरज को बधाई दी. उन्होंने कहा, ‘नीरज चोपड़ा की अभूतपूर्व जीत! आपने जैवलिन थ्रो में गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया है. आपसे हमारे युवाओं को प्रेरणा मिलेगी. भारत उत्साहित है! हार्दिक बधाई!’
पीएम मोदी ने दी बधाई
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘टोक्यो में इतिहास रचा गया है! नीरज चोपड़ा ने आज जो हासिल किया है उसे हमेशा याद किया जाएगा. युवा नीरज ने असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है. उन्होंने उल्लेखनीय जुनून के साथ खेला और अद्वितीय धैर्य दिखाया. गोल्ड जीतने के लिए उन्हें बधाई.
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ‘गौरवमयी व ऐतिहासिक क्षण! ओलंपिक में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने के लिए नीरज चोपड़ा को बहुत-बहुत बधाई. आपने अपने परिश्रम और लगन से देश को जो सम्मान दिलाया है उस पर हर भारतीय को गर्व है. पूरा भारत आपकी इस असाधारण उपलब्धि से आनंदित है.’
सीएम खट्टर ने भी दी बधाई
वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नीरज चोपड़ा के जरिए जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीतने पर कहा कि टोक्यो में हरियाणा के छोरे ने लट्ठ गाड़ा और भाले वाला लट्ठ गाड़ दिया. अपेक्षा के अनुरूप हमें गोल्ड मिला. जिस प्रकार से आज हमने प्रत्यक्ष मैच देखा, ये बहुत खुशी का पल है. ये बहुत बड़ी उपलब्धि है, देश के लिए उपलब्धि है, हरियाणा के लिए उपलब्धि है. उन्हें 6 करोड़ रुपये और क्लास-1 की नौकरी दी जाएगी.
वहीं केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी नीरज चोपड़ा को बधाई दी. उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीतने पर कहा कि जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीतने पर मैं नीरज चोपड़ा को 135 करोड़ भारतीयों की तरफ से बधाई देता हूं. वे आने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा के स्रोत है.
नीरज ने रचा इतिहास
बता दें कि नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में शनिवार को भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतकर भारतीय खेलों में नया इतिहास रचा. नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर भाला फेंका जो कि सोने का तमगा हासिल करने के लिए पर्याप्त था. यह ओलंपिक एथलेटिक्स में भारत का पहला पदक है. इससे उन्होंने भारत का एथलेटिक्स में ओलंपिक पदक जीतने का पिछले 100 साल से भी अधिक का इंतजार समाप्त कर दिया. नीरज ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद तिरंगा लेकर मैदान का चक्कर लगाया और इसका जश्न मनाया.
नीरज को ओलंपिक से पहले ही पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था और इस 23 वर्षीय एथलीट ने अपेक्षानुरूप प्रदर्शन करते हुए क्वालीफिकेशन में अपने पहले प्रयास में 86.59 मीटर भाला फेंककर शीर्ष पर रहकर फाइनल में जगह बनायी थी. फाइनल में उन्होंने पहले प्रयास में 87.03 मीटर भाला फेंका था और वह शुरू से ही पहले स्थान पर चल रहे थे. तीसरे प्रयास में वह 76.79 मीटर भाला ही फेंक पाए जबकि चौथे प्रयास में फाउल कर गये. उन्होंने छठे प्रयास में 84.24 मीटर भाला फेंका लेकिन इससे पहले उनका स्वर्ण पदक पक्का हो गया था.
वहीं चेक गणराज्य के जाकुब वादलेच ने 86.67 मीटर भाला फेंककर रजत जबकि उन्हीं के देश के वितेजस्लाव वेस्ली ने 85.44 मीटर की दूरी तक भाला फेंका और कांस्य पदक हासिल किया. नीरज भारत की तरफ से व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं इससे पहले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक 2008 में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था.